आज पूर्व भारतीय बल्लेबाज़ युवराज सिंह का जन्मदिन है। अपने विशाल कैरियर में ताबड़तोड़ बल्लेबाज, युवराज सिंह ने 40 टेस्ट मैच, 304 वनडे मैच और 58 ट्वेंटी-ट्वेंटी मैचों में पदार्पण किया। सभी प्रारूपों में उनके 11 हजार से अधिक रन है और उन्होंने 17 शतक और 51 अर्धशतक भी जड़े हैं।
कैसे बने भारतीय क्रिकेट के स्टार
युवराज ने 1997 के अंत में रणजी ट्रॉफी के दौरान उड़ीसा के खिलाफ फर्स्ट क्लास क्रिकेट में पदार्पण किया, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि डेब्यु मैच में वह खाता भी नहीं खोल सके। 1999 के अंडर-19 कूच बिहार ट्रॉफी फाइनल में उन्होंने ऐसी करिश्माई पारी खेली जिसमें उन्होंने 358 रन ठोक डाले, इस मैच से ही चयनकर्ताओं की नजर उन पर पड़ी। युवराज को अंडर -19 टीम में शानदार परफॉरमेंस के बल पर 2000 में आईसीसी नॉकआउट ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में चुना गया था। प्री-क्वार्टर फाइनल में केन्या के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उन्होंने पदार्पण किया लेकिन बैटिंग नहीं मिली। क्वार्टरफाइनल मैच में, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ युवराज ने ग्लेन मैक्ग्रा, ब्रेट ली और जेसन गिलेस्पी जैसे वर्ल्ड क्लास तेज़ गेंदबाज़ आक्रमण के खिलाफ 80 गेंदों में 84 रन बनाए। इस शानदार पारी के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच अवार्ड मिला।
वह पल 2007 के 20-20 वर्ल्ड कप में आया जिसके लिए युवराज का नाम इतिहास की किताबों में स्वर्णिम अक्षरों से लिखा जाएगा। इंग्लैंड के खिलाफ एक मैच में स्टुअर्ट ब्रॉड के ओवर में युवराज सिंह ने छह छक्के जड़ डाले जिससे क्रिकेट जगत में भूचाल सा आ गया और युवराज का नाम सिक्सर किंग पड़ गया।