रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच पोलैंड में मिसाइल गिरने के बाद पूरी दुनिया में खलबली मच गई. नाटो सदस्य देशों ने त्योरियां चढ़ा लीं. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने रूस पर जमकर आरोप लगाए लेकिन अमेरिका ने अब जो खुलासा किया है, वह यूक्रेनी राष्ट्रपति के लिए शर्मिंदगी से कम नहीं है. अमेरिका के अधिकारियों के मुताबिक शुरुआती जांच बताती है कि जो मिसाइल पोलैंड पर गिरी थी, वह इनकमिंग रूसी मिसाइल का जवाब देने के लिए यूक्रेन की सेना की ओर से छोड़ी गई थी. मंगलवार को रूस की ओर से यूक्रेन के तमाम शहरों पर 100 से ज्यादा मिसाइलें दागी गई थीं.
दो नागरिकों की हो गई थी मौत
इससे पहले खबर आई थी कि दो मिसाइलें यूक्रेन सीमा के पास पोलैंड में जा गिरीं, जिसकी वजह से दो नागरिकों की मौत हो गई. जैसे ही खबर फैली रूस और नाटो के बीच तनाव बढ़ गया. नाटो देश अलर्ट हो गए. पोलैंड ने भी सीमा पर सेना तैनात कर दी. हालांकि रूस ने पहले ही खंडन कर दिया था कि जो मिसाइलें पोलैंड में गिरी हैं, वो उसकी नहीं हैं. मॉस्को ने पोलैंड पर रूसी मिसाइलों के हमले की रिपोर्ट को गलत और ‘उकसाने’ वाली घटना करार दिया और कहा कि मामले को तूल देने के लिए ऐसी खबरें फैलाई जा रही हैं. वहीं इस घटना पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक बयान में कहा, यह संभावना नहीं है कि पोलैंड में गिरी मिसाइल रूस से दागी गई थी. शुरुआती जानकारी के मुताबिक मंगलवार को पोलैंड में जिस मिसाइल ने धमाका किया, वो रूस से दागी नहीं गई थी. अब अमेरिकी अधिकारियों ने भी शुरुआती जांच के बाद इसकी पुष्टि कर दी है कि वे मिसाइलें रूस की नहीं थीं.
जेलेंस्की ने पुतिन पर बोला था हमला
पोलैंड मिसाइल हमले के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने पुतिन और रूस पर जमकर आरोप लगाए. रूस को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा कि यूक्रेन ने चेतावनी दी थी कि रूस का आतंक सिर्फ हमारी सीमा तक नहीं रहेगा. जेलेंस्की ने आगे कहा, आज रूसी मिसाइलों ने पोलैंड पर हमला किया, जो पड़ोसी देश है. लोग मारे गए. मुझे इसका दुख है. यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा, ‘रूस जितने ज्यादा वक्त तक इस इम्युनिटी को महसूस करेगा, रूसी मिसाइलों की पहुंच का खतरा किसी के खिलाफ उतना ही ज्यादा होगा. नाटो क्षेत्र में मिसाइल दागना सामूहिक सुरक्षा पर रूसी हमला है. यह एक बहुत ही बड़ी घटना है. हमें कार्रवाई करनी चाहिए.’