भारत दौरे पर आईं इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी वो राजनेता हैं जो विवादों और विडंबनाओं से निकलकर राजनीति में अपनी राह बनाई हैं. पीएम जॉर्जिया मेलोनी का अतीत उस राजनीतिक दल से जुड़ा है जिसे फासिस्ट कहा जाता है. 1996 में जब वो 19 वर्ष की थीं तभी उन्हें यह कहते हुए देखा गया, “मुझे लगता है कि मुसोलिनी एक अच्छा राजनेता था. उसने जो कुछ भी किया, वह इटली के लिए किया. और हमारे पास पिछले 50 वर्षों में उस तरह का कोई राजनेता नहीं था,”
लेकिन 1977 में पैदा हुईं जॉर्जिया मेलोनी 21वीं सदी की दुनिया में पूर्वाग्रहों से मुक्त हैं. हालांकि वे इस वक्त इटली की राजनीति में धुर दक्षिणपंथी खेमे का प्रतिनिधित्व करती है और वे अपनी इस पहचान को गर्व से स्वीकार करती हैं. पिछले साल सितंबर में जब इटली में चुनाव हुए तो उनकी यही साफगोई चुनाव में उन्हें बेपनाह लोकप्रियता और प्रचंड बहुमत दिला गई.
हमने कहा कि जॉर्जिया मेलोनी की दुनिया विडंबनाओं से भरी है तो इसके कई उदाहरण भी हैं. 2019 में उनका एक भाषण काफी चर्चा में रहा था जब उन्होंने कहा था कि मैं जॉर्जिया हूं, मैं एक महिला हूं, मैं एक मां हूं, मैं एक क्रिश्चयन हूं. फैमिली सिस्टम में शिद्दत से यकीन रखने वाली 46 साल की जॉर्जिया 6 साल की एक बेटी की मां है, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपने पार्टनर एंड्रिया गियामब्रूनो से शादी नहीं की है. कई सालों से उनका रिश्ता अपने पार्टनर के साथ लिव इन रिलेशनशिप का रहा है. एंड्रिया गियामब्रूनो टीवी जर्नलिस्ट हैं और वे पूर्व पीएम सिल्वियो बर्लूस्कोनी के टीवी चैनल में काम करते हैं.
सेक्सुअल आईडेंटिटी के पक्षधर, लिंग आधारित विचारधारा का विरोध
जॉर्जिया मेलोनी की प्राथमिकताएं क्या है इसका अंदाजा उनके पिछले साल जून में दिए गए एक भाषण से ही मिल गया था. इस भाषण में उन्होंने अपनी प्राथमिकता गिनाते हुए कहा था, “नैचुरल फैमिली सिस्टम को हां है, LGBT लॉबी के लिए जगह नहीं, सेक्सुअल आईडेंटिटी के हम पक्षधर हैं, लेकिन लिंग आधारित विचारधारा का विरोध करते हैं, इस्लामिक हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है, हम अपने सीमाओं की सुरक्षा चाहते हैं, हम मास माइग्रेशन के पक्ष में नहीं हैं. हम बड़े इंटरनेशनल फाइनेंस के पक्ष में नहीं हैं.”
जॉर्ज सोरोस का विरोध
जॉर्जिया मेलोनी जब कहती हैं कि वे बिग इंटरनेशनल फाइनेंस के पक्ष में नहीं है तभी समझ में आता है कि वे अमेरिकी पूंजीपति जॉर्ज सोरोस का विरोध क्यों करती हैं. दरअसल जॉर्जिया मेलोनी समेत कई लोगों का मानना है कि एक एजेंडे के तहत यूरोप को अप्रवासियों से भर दिया जा रहा है. मेलोनी ने कहा था कि जब आप एक दास होते हैं तो आप सोरोस के हित में काम करते हैं. जॉर्जिया मेलोनी ग्रेट रिप्लेसमेंट थ्योरी का भी समर्थन करती हैं. इस थ्योरी का अर्थ है कि एक साजिश के तहत यूरोप की श्वेत डेमोग्राफी को गैर यूरोपियन लोगों से बदला जा रहा है.
वे चाहते हैं हम उन्हें पैरेंट-1 कहें, पैरेंट-2 कहें
जॉर्ज मेलोनी LGBT कम्युनिटी का तीव्र विरोध करती हैं और ये कहती हैं कि इन्होंने सामाजिक सिस्टम को बिगाड़ा है और धर्म के खिलाफ हैं. जॉर्ज मेलोनी कहती हैं, “वे चाहते हैं कि हम उन्हें पैरेंट 1 कहें, पैरेंट 2 कहें, जेंडर एलजीबीटी कहें, सिटीजन एक्स हैं और उनके लिए कोड लगाए. लेकिन हम कोड नंबर नहीं हैं हम अपनी पहचान की रक्षा करेंगे. मैं जियोर्जिया हूं. मैं एक औरत हूं, मैं एक मां हूं, मैं इतालवी हूं, मैं ईसाई हूं, आर मुझसे यह नहीं छीनोगे!
मेरे पापा नहीं रहे, और मेरे पास उनके लिए कोई इमोशन नहीं
मेलोनी का जन्म सेंट्रल रोम में एक वर्किंग क्लास फैमिली में हुआ था. उनका पालन-पोषण एक सिंगल मदर ने किया. मेलोनी का बचपना मुश्किल में गुजरा क्योंकि मेलोनी के जन्म लेते ही उनके पिता उनकी मां को छोड़कर चले गए थे. लिहाजा इटली में उन्होंने काफी मुश्किलें झेलीं. कुछ साल पहले जब उन्हें अपने पिता के निधन की सूचना मिली. उन्होंने कहा, “”मेरे पिता मर चुके हैं और मुझे उनके प्रति कोई भावना नहीं है”
एबॉर्शन कराने ही जा रही थी मां… यूं हुआ था मेलोनी का जन्म
पिता के प्रति मेलोनी के नफरत की वजह समझने के लिए अगर उनकी जिंदगी के पन्ने पलटे जाएं तो वजह समझ में आती है. आगे मेलोनी कहती हैं, “इससे मुझे गुस्सा होता है लेकिन कम से कम मैं उनसे नफरत करना चाहूंगी. दरअसल अगर उनके पिता की चली होती तो मेलोनी का जन्म ही नहीं हुआ होता. मेलोनी जब पेट में थी तो उनकी एक बहन पहले से थी, उनके पिता दूसरा बच्चा नहीं चाहते थे. मेलोनी के पिता द्वारा जोर दिए जाने पर मेलोनी की मां गर्भपात कराने के लिए एक डॉक्टर के पास जा ही रही थीं, लेकिन रास्ते में वे एक कॉफी शॉप में रूक गई. कॉफी के इसी आउटलेट में मेलोनी की मां का ह्रदय परिवर्तन हुआ और उन्होंने इस बच्चे को जन्म देने का फैसला किया.
मेलोनी खुद भी गर्भपात के सख्त खिलाफ हैं और वे इस विकल्प को कभी चुनना नहीं चाहेंगी. लेकिन एबॉर्शन के खिलाफ रहने के बावजूद वे इटली के उस कानून को खत्म नहीं करना चाहती है जिसके तहत एक महिला को गर्भधारण के 90 दिनों बाद तक गर्भपात का अधिकार मिलता है.
दक्षिणपंथी सरकार को स्पष्ट जनादेश
बता दें कि सितंबर 2022 में इटली में हुए आम चुनाव में जॉर्जिया मेलोनी की पार्टी ब्रदर्स ऑफ इटली पार्टी को 26 फीसदी वोट मिले थे. इस जीत से गदगद जॉर्जिया मेलोनी ने कहा था कि इटली के लोगों ने ब्रदर्स ऑफ इटली पार्टी के नेतृत्व में एक दक्षिणपंथी सरकार को स्पष्ट जनादेश दिया है. मेलोनी ने इस पार्टी की स्थापना 2012 में की थी. यूं तो वे दावा करती हैं कि उनका फासिज्म से कोई लेना-देना नहीं है, हालांकि इस पार्टी के सदस्य कई बार अपने हाव-भाव से मुसोलनी की विचारधारा से लगाव जाहिर करते रहते हैं.
भारत-इटली के बीच रणनीतिक साझेदारी
भारत में PM मोदी ने जॉर्ज मेलोनी का स्वागत करते हुए कहा कि हमारी आज की चर्चाएं बहुत ही सार्थक और उपयोगी रहीं. इस वर्ष भारत और इटली अपने द्विपक्षीय संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं. और इस अवसर पर हमने भारत-इटली साझेदारी को Strategic Partnership का दर्जा देने का निर्णय लिया है. हमने अपने आर्थिक संबंधों को और सुदृढ़ करने पर जोर दिया है.
पीएम ने कहा कि हमारे मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत अभियान से भारत में निवेश के अपार अवसर खुल रहे हैं. हमने रिन्यूएबेल एनर्जी, ग्रीन हाइड्रोजन, आईटी, सेमीकंडक्टर्स, टेलिकॉप स्पेस जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर विशेष जोर दिया है. भारत और इटली के बीच एक स्टार्ट अप की स्थापना की घोषणा आज हम कर रहे हैं, जिसका हम स्वागत करते हैं.