पूरे उत्तराखंड में शीतलहर बढ़ती जा रही है और पहाड़ो में हर दिन तापमान में कुछ न कुछ गिरावट देखने को मिल रही है. सुबह और शाम बद्रीनाथ में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है. बद्रीनाथ का तापमान 0 से भी नीचे पहुंच रहा है और इसके चलते धाम में ऋषि गंगा की धारा जम गई है.
शीतकाल में बद्री विशाल के कपाट बंद हो गए हैं बद्रीनाथ धाम में इन दिनों उत्तराखंड पुलिस के जवान बीकेटीसी के कर्मचारियों के साथ मास्टरप्लान के कार्य करने वाली कार्यदाई संस्थाओं के मजदूर कार्य कर रहे हैं.
शीतकाल में बद्री विशाल के कपाट बंद हो गए हैं बद्रीनाथ धाम में इन दिनों उत्तराखंड पुलिस के जवान बीकेटीसी के कर्मचारियों के साथ मास्टरप्लान के कार्य करने वाली कार्यदाई संस्थाओं के मजदूर कार्य कर रहे हैं.
यहां रहने वाले सुरक्षाकर्मियों को ठंड से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. सुबह शाम के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है. हालांकि, दोपहर में धूप खिलने के बाद थोड़ी राहत जरूर मिल रही है, लेकिन सुबह और शाम बद्रीनाथ धाम में कड़ाके की ठंड पड़ रही है.
यहां रहने वाले सुरक्षाकर्मियों को ठंड से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. सुबह शाम के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है. हालांकि, दोपहर में धूप खिलने के बाद थोड़ी राहत जरूर मिल रही है, लेकिन सुबह और शाम बद्रीनाथ धाम में कड़ाके की ठंड पड़ रही है.
बद्रीनाथ धाम की सुरक्षा में तैनात उत्तराखंड पुलिस के जवानों का कहना है कि अगर रात को पानी के नल गलती से बंद कर दिए गए तो सुबह उन पर बर्फ का आकार दिखाई देता है, यानी कि पानी पूर्ण तरीके से जमकर बंद हो जाता है.
बद्रीनाथ धाम की सुरक्षा में तैनात उत्तराखंड पुलिस के जवानों का कहना है कि अगर रात को पानी के नल गलती से बंद कर दिए गए तो सुबह उन पर बर्फ का आकार दिखाई देता है, यानी कि पानी पूर्ण तरीके से जमकर बंद हो जाता है.
बद्रीनाथ धाम में बहने वाले झरने भी जम रहे हैं बद्रीनाथ धाम ही नहीं बल्कि नीति घाटी में भी इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है. अधिकांश हिस्सों में बर्फबारी हो चुकी है और कुछ पतली धाराएं ही तरल रूप में बह रही हैं. आने वाले दिनों में और भी पहाड़ों में ठंड बढ़ने की संभावना है.
बद्रीनाथ धाम में बहने वाले झरने भी जम रहे हैं बद्रीनाथ धाम ही नहीं बल्कि नीति घाटी में भी इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है. अधिकांश हिस्सों में बर्फबारी हो चुकी है और कुछ पतली धाराएं ही तरल रूप में बह रही हैं. आने वाले दिनों में और भी पहाड़ों में ठंड बढ़ने की संभावना है.
पहाड़ों में लगातार ठंड बढ़ने से सबसे बड़ी दिक्कत, पानी जमने की होती है जिससे घाटी के लोगों को मौसम की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. घाटी के लोगों को सलाह दी गयी है कि वे बेवजह आउटडोर न जाएं. गीले या नमी वाले कपड़े कतई न पहनें और गुनगुने पानी का सेवन करें.