05/11/2022, नई दिल्ली: मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल में बंद महाठग सुकेश चंद्रशेखर ने एक और लेटर बम फोड़ा है. दिल्ली एलजी को पत्र लिखकर सत्येंद्र जैन और तिहाड़ जेल के पूर्व डीजी पर सनसनीखेज आरोप लगाने वाले ठग सुकेश ने अब अपने वकील को एक खत लिखा है, जिसमें उसने आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन और तिहाड़ जेल के पूर्व डीजी उसे धमका रहे हैं. इतना ही नहीं, इस बार उसने अरविंद केजरीवाल को भी घेरा है.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, महाठग सुकेश चंद्रशेखर ने अपने वकील के नाम लिखे पत्र में आरोप लगाया है कि जब से उसने दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना को खत लिखकर शिकायत की है, तब से सत्येंद्र जैन और तिहाड़ जेल के डीजी (पूर्व) उसे धमकी दे रहे हैं. इतना ही नहीं, सुकेश ने अपने पत्र में यह भी कहा है, ‘केजरीवाल जी आपने मुझे राज्यसभा सीट के बदले में पार्टी को 500 करोड़ रुपये का योगदान देने के लिए 20-30 व्यक्तियों को लाने के लिए क्यों मजबूर किया?’ इस लेटर की पुष्टि खुद महाठग सुकेश के वकील ने की है.
"Kejriwal Ji why you forced me to bring 20-30 individuals to contribute Rs 500 cr to the party in return of seats," reads Sukesh Chandrashekhar's letter that has been confirmed by his lawyer pic.twitter.com/ykRxNsJbyz
— ANI (@ANI) November 5, 2022
करीब 200 करोड़ की उगाही मामले में जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर ने अपने लेटर में दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल पर भी आरोप लगाए हैं और उसने पत्र में कहा है कि अरविंद केजरीवाल ने सत्येंद्र जैन के साथ साल 2016 में हयात होटल में डिनर पर उससे मुलाकात की थी और केजरीवाल के कहने पर मंत्री कैलाश गहलोत के फ़ॉर्म हाउस पर उसने ₹50 करोड़ रुपए दिए थे.
दरअसल, बीते दिनों जेल में बंद ठग सुकेश चंद्रशेखर ने दिल्ली के उपराज्यपाल को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि आम आदमी पार्टी (आप) नेता सत्येंद्र जैन ने जेल में उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 2019 में 10 करोड़ रुपये वसूले थे. सुकेश चंद्रशेखर 200 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में यहां मंडोली जेल में बंद है और उसने अपने वकील अशोक के सिंह के माध्यम से 8 अक्टूबर को उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना को एक पत्र लिखकर चौंकाने वाले आरोप लगाये थे.
उपराज्यपाल कार्यालय के सूत्रों के अनुसार, चंद्रशेखर का पत्र कार्यालय को मिला था और उसे आवश्यक कार्रवाई के लिए 18 अक्टूबर को दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव को भेज दिया गया. पत्र में आरोप लगाया गया था कि चंद्रशेखर को दक्षिणी क्षेत्र में पार्टी में कोई महत्वपूर्ण पद देने और राज्यसभा के लिए नामांकन में मदद के लिए आप को 50 करोड़ रुपये से अधिक दिए गए. चंद्रशेखर ने आरोप लगाया कि 2017 में ‘दो पत्ती चुनाव चिह्न भ्रष्टाचार मामले’ में गिरफ्तारी के बाद उसे तिहाड़ जेल में बंद कर दिया गया था और जैन ने उससे मुलाकात की थी जो उस समय जेल विभाग के भी मंत्री थे. तिहाड़ जेल का संचालन दिल्ली सरकार का कारागार विभाग करता है.
चंद्रशेखर ने यह आरोप भी लगाया है, ‘इसके बाद 2019 में सत्येंद्र जैन और उनके सचिव एवं उनके करीबी दोस्त सुशील ने फिर जेल में मुझसे मुलाकात की, मुझे जेल में सुरक्षित रखने तथा बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए हर महीने दो करोड़ रुपये देने को कहा. ’ पत्र में आगे आरोप लगाया गया था, ‘इस प्रकार सत्येंद्र जैन को कुल 10 करोड़ रुपये और जेल महानिदेशक (अब तबादला हो गया) संदीप गोयल को 12.50 करोड़ रुपये दिए गए.’ पत्र में यह भी कहा गया है कि चंद्रशेखर ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को यह जानकारी दी थी.
ठग चंद्रशेखर के इस आरोप के बाद आप और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच वाकयुद्ध तेज हो गया. भाजपा ने दिल्ली की सत्ताधारी आप को ‘महा ठग’ पार्टी करार दिया और आरोप लगाया कि पार्टी ने एक ठग से ठगी कर ली. वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चंद्रशेखर के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि यह मोरबी की घटना से ध्यान भटकाने का प्रयास है.