अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल के साथ मोरबी में घटनास्थल का दौरा किया. पीएम मोदी ने यहां में उन लोगों से भी मुलाकात की, जिन्होंने पुल टूटने के कारण मच्छू नदी में गिरे लोगों को बचाने में मदद की थी. प्रधानमंत्री इसके बाद मोरबी सिविल अस्पताल पहुंचे और यहां घायलों का हालचाल जाना. प्रधानमंत्री मोदी इसके बाद एसपी ऑफिस पहुंचे. इसके बाद वह उन 26 परिवारों से भी मुलाकात करेंगे, जिन्होंने इस हादसे में अपने परिजनों को खो दिया.
आपको बता दें कि 30 अक्टूबर की शाम मच्छु नदी पर बना 140 साल पुराना मोरबी केबल सस्पेंशन ब्रिज टूट गया था. इस हादसे में 135 लोगों की मौत हो गई, 200 से अधिक को रेस्क्यू किया गया. दुर्घटना में घायल 14 लोग अब भी मोरबी सिविल हॉस्पिटल में भर्ती हैं. इस बीच मामले को लेकर सियासत तेज हो गई है. अरविंद केजरीवाल और दिग्विजय सिंह ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के इस्तीफे की मांग की है.
वहीं इस हादसे के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए दो नवंबर को राज्यव्यापी शोक की घोषणा की है. गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने ट्वीट किया, ‘गुजरात सरकार ने 2 नवंबर को राज्यव्यापी शोक मनाने का फैसला किया है. राज्य में (राष्ट्रीय) ध्वज आधा झुका रहेगा और कोई आधिकारिक समारोह नहीं होगा.’
राजकोट रेंज आईजी अशोक यादव ने कहा, ‘हमारी प्रारंभिक जांच से पता चला है कि तकनीकी और संरचनात्मक खामियों, जिनमें प्रमाणीकरण के साथ-साथ रखरखाव के कुछ मुद्दे शामिल हैं, के कारण यह त्रासदी हुई.’ रविवार रात से शुरू हुआ राहत व बचाव कार्य सोमवार पूरे दिन चला. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, फायर ब्रिगेड के अलावा भारतीय सेना, कोस्ट गार्ड, गरुड़ कमांडो की टीमें भी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी रहीं. इससे पहले पीएम मोदी ने सोमवार शाम राजधानी गांधीनगर स्थित राजभवन में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में सीएम भूपेंद्र भाई पटेल, गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी, गुजरात के मुख्य सचिव और डीजीपी सहित गृह विभाग और गुजरात राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए.