एआईएमआईएम सुप्रीमो और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव को ‘हैदराबाद मुक्ति दिवस’ को लेकर पत्र लिखा है. उन्होंने अपने पत्र में मांग की है कि ‘हैदराबाद मुक्ति दिवस’ का जश्न राष्ट्रीय एकता दिवस के नाम से मनाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि जो हुआ वह उन रियासतों का एकीकरण था जो हैदराबाद के निजाम जैसे निरंकुश शासकों के शासन में थे और यह घटना इसलिए हुई क्योंकि क्षेत्र के लोग इसके समर्थन में थे.
ओवैसी ने भाजपा पर दागे सवाल
ओवैसी ने कहा कि हमने उत्सव का कभी विरोध नहीं किया. पार्टी के खिलाफ बोलने वाले एआईएमआईएम के किसी नेता का कोई सबूत नहीं है. आपको हैदराबाद के इतिहास को समझना होगा. इसमें पंडित सुंदरलाल और काजी अब्दुल गफ्फार की रिपोर्ट भी मौजूद है. कोई भी व्यक्ति दुखी नहीं है कि हमारा क्षेत्र भारतीय संघ का हिस्सा है. जो खुश नहीं थे वे देश छोड़कर चले गए और जो लोग जमीन से प्यार करते थे वे पीछे रह गए. भारत सरकार पहली बार इस आयोजन को मना रही है.. है ना? क्या वे पिछले आठ साल से सो रहे थे?
AIMIM निकालेगी तिरंगा रैली
ओवैसी ने यह भी घोषणा की कि एआईएमआईएम पार्टी उसी के उपलक्ष्य में 16 सितंबर को हैदराबाद में एक मोटरसाइकिल ‘तिरंगा’ रैली भी आयोजित करेगी. उन्होंने कहा कि मेरे साथ विधायक, एमएलसी और पार्टी के पार्षदों सहित पार्टी के सभी सदस्य रैली में भाग लेंगे. हम नमाज का आयोजन करेंगे और फिर बाइक रैली को थेगलकुंटा की ओर ले जाएंगे. राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा और एक जनसभा आयोजित की जाएगी.
ओवैसी ने की ये मांग
उन्होंने यह भी मांग की कि मुस्लिम स्वतंत्रता सेनानियों मौलवी अलाउद्दीन और तुरेबाज़ खान के नामों को भी मान्यता दी जाए. उन्होंने कहा ये स्वतंत्रता सेनानी तत्कालीन हैदराबाद राज्य में अंग्रेजों से लड़ते हुए मारे गए थे. भाजपा पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक घटनाओं को राजनीतिक रूप से भुनाने के लिए, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा संचालित केंद्र सरकार 17 सितंबर से शुरू होने वाले ‘हैदराबाद मुक्ति दिवस’ के रूप में एक साल का ‘उत्सव’ आयोजित करेगी.