जिन लोगों को भारत की सांस्कृतिक विरासत, सभ्यता, मूल्यों, तीर्थों का कोई ज्ञान नहीं था, उन्होंने मात्र तीन सप्ताह में सदियों से एक साथ रह रहे लोगों के बीच सरहद खींच दी।
उस समय कहाँ थे वे लोग जिन पर इन विभाजनकारी ताक़तों के ख़िलाफ़ संघर्ष करने की ज़िम्मेदारी थी?#विभाजन_विभीषिका pic.twitter.com/t1K6vInZzQ
— BJP (@BJP4India) August 14, 2022
पीएम मोदी ने रविवार सुबह भी इसको लेकर ट्वीट किया है. भाजपा के वीडियो में Cyril John Radcliffe को दिखाया गया है, जिनके विभाजन के नक्शे ने पंजाब और बंगाल को लगभग आधे हिस्से में विभाजित कर दिया था. इसके साथ ही सवाल किया गया कि एक व्यक्ति जिसे भारतीय सांस्कृतिक विरासत का कोई जानकारी नहीं है, उसे केवल कुछ हफ्तों में भारत को बाटंने की अनुमति कैसे दी गई. पूरे वीडियो में नेहरू के दृश्य दिखाए गए हैं, इसके साथ ही वॉयस ओवर में बंटवारे की भयावहता को बयां किया गया है.
1. 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाने के पीछे प्रधानमंत्री की वास्तविक मंशा सबसे दर्दनाक ऐतिहासिक घटनाओं को अपने राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल करना है। लाखों लाख लोग विस्थापित हुए और जानें गईं। उनके बलिदानों को भुलाया या अपमानित नहीं किया जाना चाहिए।
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) August 14, 2022
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने इस वीडियो पर पलटवार करते हुए एक के बाद एक कई ट्वीट किए और उन्होंने कहा कि सच यह है कि दो राष्ट्र का सिद्धांत सावरकर ने दिया था.
जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘सच ये है कि सावरकर ने दो राष्ट्र का सिद्धांत दिया और जिन्ना ने इसे आगे बढ़ाया. पटेल ने लिखा था, ‘मुझे लगता है कि अगर विभाजन स्वीकार नहीं किया गया, तो भारत कई टुकड़ों में बंट जाएगा.’ साथ ही उन्होंने पूछा है, ‘क्या प्रधानमंत्री आज जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी को भी याद करेंगे, जिन्होंने शरत चंद्र बोस की इच्छा के खिलाफ बंगाल के विभाजन का समर्थन किया था, और स्वतंत्र भारत के पहले कैबिनेट में शामिल हुए, जब विभाजन के दर्दनाक परिणाम स्पष्ट रूप से सामने आ रहे थे?’ ‘बंटवारे की त्रासदी का दुरुपयोग नफरत और पूर्वाग्रह की भावना को भड़काने के लिए नहीं होना चाहिए. लाखों लाख लोग विस्थापित हुए और जानें गईं. उनके बलिदानों को भुलाया या अपमानित नहीं किया जाना चाहिए.’ साथ ही उन्होंने कहा, ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस गांधी, नेहरू, पटेल और अन्य नेताओं की विरासत को आगे बढ़ाते हुए राष्ट्र को एकजुट करने का प्रयास जारी रखेगी. नफरत की राजनीति हारेगी.’ भाजपा के वीडियो में विभाजन के लिए भारतीय कम्युनिस्टों को भी दोषी ठहराया गया है. भाजपा का दावा है कि उनके नेताओं ने मुस्लिम लीग का समर्थन किया और एक अलग मुस्लिम देश की मांग को सही ठहराया.