नई दिल्ली। ईरान के पहले राष्ट्रपति अबोलहसन बनीसदर का आज पेरिस में 88 साल की उम्र में निधन हो गया है। उनके निधन पर तमाम राजनीतिक हस्तियों ने शोक व्यक्त किया है। बता दें कि देश के धर्मतंत्र बनने व मौलवियों की बढ़ती ताकत को चुनौती देने के कारण उन्हें महाभियोग का सामना करना पड़ा जिसके बाद वह तेहरान छोड़कर चले गए थे। उनके निधन की सूचना उनके परिजनों ने दी है। माना जाता है कि बनीसदर कभी सरकार पर अपनी पकड़ नहीं बना पाए जिसकी वजह से स्थिति उनके नियंत्रण से बाहर चली गई जैसे अमेरिका दूतावास बंधक संकट और ईरान द्वारा इराक पर हमला जिसकी वजह से स्थिति भयावह हुई और अंततः क्रांति हुई। वास्तविक शक्तियां ईरान के शीर्ष धार्मिक नेता अयातुल्ला रुहोल्ला खोमैनी के हाथों में ही रही और जिसके लिए बनीसदर ने फ्रांस से निर्वासन में रहते हुए काम किया और क्रांति के बीच तेहरान लौटे। हालांकि खोमैनी ने 16 महीनों के भीतर उन्हें पदच्युत कर दिया और उन्हें वापस पेरिस भेज दिया जहां पर वह दशकों तक रहें।
Deewan Singh
Editor