संसद के विशेष सत्र 2023 का आज तीसरा दिन है। संसद में महिला आरक्षण बिल (नारी शक्ति वंदन अधिनियम) पेश कर दिया गया था। आज नारी शक्ति वंदन पर बहस होगी। महिला आरक्षण बिल पर आज कांग्रेस पार्टी की ओर से लोकसभा में सोनिया गांधी इस पर चर्चा की शुरुआत करेंगी। बाद में बीजेपी की ओर से स्मृति ईरानी, निर्मला सीतारमण, अपराजिता सारंगी, सुनीत दुग्गल व अन्य नेता बोलेंगी।
लोकसभा (संसद का निचला सदन), विधानसभा (राज्य विधानसभाएं) और दिल्ली विधानसभा में एक तिहाई सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी। एक तिहाई सीटें अनुसूचित जनजाति (एसटी) या अनुसूचित जाति (एससी) समुदायों की महिलाओं को आवंटित की जाएगी। परिसीमन प्रक्रिया के बाद कार्यान्वयन होगा. प्रस्तावित आरक्षण 15 वर्षों की अवधि के लिए प्रभावी होना तय है. संसद का यह विशेष सत्र शुक्रवार तक चलेगा। सत्र के दौरान कुल आठ विधेयक विचार-विमर्श और अनुमोदन के लिए निर्धारित हैं। चर्चा है कि आज भारत की संसद में महिला आरक्षण पर क्रांतिकारी विधेयक पूर्ण बहुमत के साथ पारित हो सकता है। ऐसे में 25 वर्षों से अधिक की प्रतीक्षा समाप्त हो सकती है। इस विधेयक को कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई लोकसभा में पेश किया था लेकिन सदन की कार्यवाही स्थगित होने के कारण इस महत्वपूर्ण विधेयक पर आज फिर से चर्चा होगी। प्रधानमंत्री ने नीति-निर्माण में अधिक महिलाओं को शामिल करने की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि राष्ट्र में उनका योगदान और बढ़ सके। उन्होंने कहा कि ईश्वर ने उन्हें महिला सशक्तिकरण के कार्य को आगे बढ़ाने का अवसर दिया है। संसद की नई इमारत में अपना पहला भाषण देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम लाने का फैसला किया है। विधेयक के कुछ प्रावधानों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस ने विधेयक की शुरूआत को चुनावी जुमला और “महिलाओं की आशाओं के साथ एक बड़ा विश्वासघात कहा। पार्लियामेंट का पांच दिवसीय विशेष सत्र 18 सितंबर को शुरू हुआ और 22 सितंबर को समाप्त होगा।