उत्तराखंड। जब से उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव 2022 पास आता जा रहा है सियासी पार्टियां कोई भी मुद्दा छोड़ना नहीं चाहती। इसी कड़ी में छठ पर्व पर अवकाश देने के बाद इगास पर्व पर भी अवकाश की मांग को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने आगामी 14 नवंबर को इगास पर्व के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की थी। वहीं इगास को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत ने सीएम पुष्कर धामी की घोषणा पर चुटकी लेते हुए कहा कि अगर इगास पर्व रविवार का पड़ रहा है तो छुट्टी देने का क्या फायदा होगा। उन्होंने कहा कि सीएम की घोषणाओं का लाभ इगास प्रेमियों को नहीं मिल सकेगा।
#कोरी_घोषणाओं के क्रम में इस वर्ष इगास मनाने के दिन छुट्टी करने का निर्णय भी कोरी घोषणाओं में सम्मिलित हो गया है। 14 तारीख को इगास है, इसी दिन इतवार भी है अर्थात सरकार की घोषणा का लाभ इगास प्रेमी लोगों को नहीं मिलने जा रहा, सरकार की घोषणा इसी वर्ष के लिए है।
1/2 pic.twitter.com/DOS10lwmXE— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) November 12, 2021
पूर्व सीएम हरीश रावत ने ट्वीट करते हुए लिखा कि कांग्रेस का वादा है इगास, पर्व के रूप में मनाया जा सके इसके सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और आधायत्मिक महत्व को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए हर वर्ष इगास के दिन सरकारी अवकाश रहेगा। उन्होंने लोगों को इगास की बधाई भी दी है और कहा कोरी घोषणाओं के क्रम में इस वर्ष इगास मनाने के दिन छुट्टी करने का निर्णय भी कोरी घोषणाओं में सम्मिलित हो गया है। 14 तारीख को इगास है, इसी दिन इतवार भी है अर्थात सरकार की घोषणा का लाभ इगास प्रेमी लोगों को नहीं मिलने जा रहा, सरकार की घोषणा इसी वर्ष के लिए है।
आपको बता दें, कुछ दिनों से पूर्व सीएम हरीश रावत लगातार उत्तराखंड सरकार पर हमलावर हैं, बीते दिन शंखनाद रैली में उन्होंने कहा कि इस बार कांग्रेस पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी और हमें जनता का पूरा समर्थन मिल रहा है। उन्होंने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि महंगाई, बेरोजगारी चरम पर है, ऐसे में जनता अब बीजेपी को तड़ीपार करने जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि जनता का नारा है- “अबकी बार भाजपा तड़ीपार”। इससे पहले रावत ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली जिसमें उन्होंने
आगनबाड़ी और राज्य आंदोलनकारियों के बहाने राज्य सरकार पर हमला बोला।