मिजोरम में अपनी तरह की पहली चिकित्सा प्रक्रिया में डॉक्टरों के एक समूह ने आइजोल के एक निजी अस्पताल में सफलतापूर्वक उच्च जोखिम वाले दो हृदय रोगियों की ओपन-हार्ट सर्जरी की. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. ट्रिनिटी अस्पताल के निदेशक डॉ. लालरिंटलुआंगा जहाउ ने कहा कि कार्डियो-थोरेसिक और वास्कुलर सर्जन (सीटीवीएस) डॉ. राहुल चंदोला के नेतृत्व में डॉक्टरों की एक टीम ने सप्ताहांत में दिल की सर्जरी की. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन के लिए टीम को दिल्ली से लाया गया था.
खबर के मुताबिक क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) से पीड़ित 67 और 59 वर्ष के दो रोगियों पर कोरोनरी आर्टरी बाईपास ग्राफ्ट (सीएबीजी) सर्जरी सफलतापूर्वक की गई. डॉ चंदोला ने बताया कि मरीज उच्च जोखिम वाले थे और उनका हृदय केवल 25 प्रतिशत कार्य कर रहा था. उन्होंने कहा कि उनकी कुछ धमनियां अवरुद्ध होने के कारण रक्त उनके फेफड़ों तक नहीं जा पा रहा था. उन्होंने कहा कि सर्जरी के बाद मरीज ठीक हो रहे हैं और मेडिकल टीम उनकी स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है. डॉ जहाउ ने कहा कि दो हृदय रोगियों की बाईपास सर्जरी के अलावा, मेडिकल टीम ने दो अन्य रोगियों का भी सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया.