नई दिल्ली. देश में अब नाक से दी जाने वाली नेजल वैक्सीन ‘इनकोवैक’ (INCOVACC) भी उपलब्ध होने वाली है. ये नेजल वैक्सीन निजी अस्पतालों में 800 रुपये और सरकारी अस्पतालों में 325 रुपये कीमत पर जनवरी में मिलनी शुरू होगी. भारत की यह पहली नेजल वैक्सीन होगी, जिसे बूस्टर डोज के तौर पर लिया जा सकेगा. इसका ट्रायल पूरा हो चुका है. देश में 14 जगहों पर इसका ट्रायल किया गया था. जिसमें 3100 लोग शामिल हुए. दिसंबर की शुरुआत में भारत बायोटेक के नेजल वैक्सीन को मार्केट में लाने की अनुमति मिली थी. इस वैक्सीन को इस तरह से डिजाइन किया गया है, जिससे कम पैसे में आम लोगों तक पहुंच सके.
भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड (बीबीआईएल) ने मंगलवार को कहा कि उसकी नाक से दी जाने वाली कोविड-19 रोधी दवा ‘इनकोवैक’ की कीमत निजी बाजार में 800 रुपये (जीएसटी को छोड़कर) और सरकारी आपूर्ति के लिए 325 रुपये (जीएसटी को छोड़कर) रखी गयी है. यह दवा अब कोविन पोर्टल पर उपलब्ध है. टीका बनाने वाली कंपनी ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि यह दवा जनवरी 2023 के चौथे सप्ताह से मिलने लगेगी. इनकोवैक दुनिया की पहली नाक से दी जाने वाली कोविड-19 रोधी वैक्सीन है, जिसे दो प्राथमिक खुराक के लिए और हीट्रोलोगस (विजातीय) बूस्टर खुराक के रूप में इस्तेमाल की मंजूरी दी गई है. हीट्रोलोगस बूस्टर खुराक में प्राथमिक खुराक से अलग बूस्टर खुराक दी जा सकती है.
बड़ी तादाद में एक साथ लोगों को मिलेगी डोज
इस महीने की शुरुआत में भारत बायाटेक को इनकोवैक की विजातीय बूस्टर खुराक के इस्तेमाल के लिए केंद्रीय औषध मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) से मंजूरी मिली थी. बीबीआईएल के कार्यकारी अध्यक्ष कृष्णा इल्ला ने कहा कि इनकोवैक का तीसरे चरण का परीक्षण किया गया है. इनकोवैक को वाशिंगटन विश्वविद्यालय, सेंट लुइस के साथ मिलकर विकसित किया गया है.
भारत को मिला प्रिकाशनरी डोज के लिए एक और विकल्प
इससे भारत के पास प्रिकाशनरी डोज के लिए एक और बेहतर विकल्प मिल गया है. इससे बड़ी तादाद में एक साथ लोगों के टीकाकरण में मदद मिलेगी. ये ऐसी वैक्सीन है, जिसमें किसी तरह का कोई दर्द नहीं होगा और कारगर मानी जा रही है. इसको 2 डिग्री से 8 डिग्री सेंटीग्रेड तक के तापमान पर स्टोर किया जा सकता है. गुजरात, कर्नाटक,महाराष्ट्र और तेलंगाना समेत देश के कुछ और हिस्सो में इसके स्टोरेज की व्यवस्था की गई है.