उत्तराखंड। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को उत्तराखंड के दौरे पर पहुंचे। वहां पीएम मोदी ने बाबा केदार के दर्शन किए। इस दौरान पीएम के सिर पर हिमाचली टोपी दिखी और पहाड़ी पोशाक में नजर आए। पीएम मोदी इसी पोशाक में केदारनाथ धाम पहुंचे। वहां उन्होंने बाबा केदारनाथ के दर्शन किए, हालांकि इस दौरान उनकी पोशाक को लेकर कई खास बातें सामने आईं।
पीएम मोदी जिस पोशाक में बाबा केदार के दर्शन करने पहुंचे, उसकी काफी चर्चा हो रही है। पीएम मोदी को ये पोशाल हिमाचल प्रदेश में गिफ्ट मिली थी। वहां चंबा की महिलाओं ने उन्हें पहाड़ी परिधान गिफ्ट किया था, जिसको पहन कर पीएम मोदी केदारनाथ धाम पहुंचे। इस दौरान पीएम के सिर पर हिमाचली टोपी भी दिखाई दी। पीएम मोदी के इस पारंपरिक पहाड़ी परिधान का नाम ‘चोल-डोरा’ है। सूत्रों के अनुसार पीएम ने तब महिलाओं से वादा किया था कि जब वह ठंडे स्थान पर जाएंगे तो वह इसे पहनेंगे। पीएम मोदी के साथ केदारनाथ धाम में उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी पहुंचे। पीएम ने पहले बाबा केदार का दर्शन किया और उसके बाद आदि गुरु शंकराचार्य के समाधि स्थल पर पहुंचे। जहां उन्होंने आदि गुरु शंकराचार्य को प्रणाम किया। ये समाधि स्थल केदारनाथ मंदिर के पीछे में स्थित है, इसका निर्माण पिछले साल ही हुआ था।
पीएम सुबह 8.30 बजे छठवीं बार केदारनाथ के दर्शन करने पहुंचे। उन्होंने हिमाचली टोपी और खास पोशाक चोला-डोरा पहनी थी। चंबा की महिलाओं ने यह पोशाक अपने हाथों से से बनाई और मोदी को गिफ्ट की थी। इस पर पीछे स्वास्तिक बना है। वे करीब दो घंटे यहां रुके। गर्भगृह में करीब 20 मिनट पूजा की। इसके बाद आदि शंकराचार्य की समाधि के दर्शन करने पहुंचे। 12 फीट ऊंची आदि शंकराचार्य की यह प्रतिमा 28 टन वजनी है। इसे मैसूर से चुने गए ग्रेनाइट पत्थरों से बनाया गया है।
Uttarakhand | PM Narendra Modi offers prayers at Badrinath temple pic.twitter.com/FmWoQ0vSR2
— ANI (@ANI) October 21, 2022
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड दौरे पर देवभूमि को 3400 करोड़ की योजनाओं की सौगात दी है। पीएम नरेंद्र मोदी सबसे पहले केदारनाथ मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने पूजा अर्चना की और भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया। साथ ही केदारपुरी में हो रहे पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लिया। इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी बदरीनाथ धाम पहुंचे और बाबा बदरी विशाल के दरबार में हाजिरी लगाई है। इसके बाद PM ने गोविंदघाट को हेमकुंड साहिब से जोड़ने वाली दो नई रोपवे परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी। इससे पहले पीएम मोदी ने केदारनाथ में सोनप्रयाग से केदारनाथ की रोपवे परियोजना का शिलान्यास किया था।
Uttarakhand | PM Narendra Modi arrives in Badrinath along with CM Pushkar Singh Dhami & Governor Lt Gen (Retd) Gurmeet Singh pic.twitter.com/sNpUdattIt
— ANI (@ANI) October 21, 2022
केदारनाथ में करीब 500 करोड़ की परियोजना पर काम किया गया। वहीं, काशी विश्वनाथ में 339 करोड़ के पुनर्निर्माण कार्यों का प्रधानमंत्री ने लोकार्पण किया था। हाल ही में 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के भी कायाकल्प किया गया। इन सबके बाद पीएम नरेंद्र मोदी का फोकस बदरीनाथ धाम पर है। पीएम मोदी ने आधा घंटा की पूजा, 1267 करोड़ के रोपवे का किया। बदरीनाथ धाम के कायाकल्प को लेकर यूं तो मास्टर प्लान के तहत काम जारी है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मास्टर प्लान के सभी काम पूरे कर लिए जाएंगे। आपको बता दें कि बदरीनाथ धाम में करीब 424 करोड़ का मास्टर प्लान तैयार किया गया है। यही नहीं इस प्रोजेक्ट को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी देख चुके हैं। खास बात यह है कि पीएम मोदी बदरीनाथ धाम को आध्यात्मिक धाम के रूप में विकसित करना चाहते हैं। सियासी पंडितों का मानना है कि पीएम मोदी वैकुंठ धाम से आशीर्वाद लेकर 2024 की चुनौतियां को पार करना चाहते हैं। एक तरह से ये मिशन 2024 का शंखनाद बदरीनाथ धाम से कर रहे हैं।