यूपी। चैत्र नवरात्र के पावन पर्व पर नवमी के दिन भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। काशी के सुभाष भवन में रविवार को मुस्लिम महिलाओं ने भगवान श्रीराम और माता जानकी की आरती उतारी। मुस्लिम महिलाओं ने कहा कि भारत भूमि पर रहने वाले किसी भी व्यक्ति का अस्तित्व राम के बगैर कुछ नहीं है। विश्व की हर संस्कृति प्रभु श्रीराम से निकली है। भगवान श्रीराम हमारे पूर्वज हैं।
मुस्लिम महिला फाउंडेशन और विशाल भारत संस्थान की ओर से पातालपुरी मठ के पीठाधीश्वर और काशी धर्म परिषद के अध्यक्ष महंत बालक दास के साथ मुस्लिम महिलाओं ने भगवान राम की स्तुति की। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम संस्कृति के अखंड ब्रह्मांड के नायक हैं। कोई भी उनसे अलग नहीं है। बिना राम के अखंड भारत में रहने वालों की कोई पहचान नहीं है।
मुस्लिम महिला फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष नाजनीन अंसारी ने कहा कि भारत भूमि का जो हिस्सा प्रभु श्रीराम से अलग हुआ, आज वह नफरत, हिंसा और गरीबी का दंश झेल रहा है। पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान सभी हिंसा की आग में जल रहे हैं, क्योंकि वह सब अपने पूर्वजों से अलग हुए। आज की तारीख में वह देश भगवान श्रीराम की स्तुति करे और भगवान श्रीराम के रास्ते पर चले तो फिर से शांति और समृद्धि पा सकते हैं। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध तभी रुकेगा, जब वहां के लोग सार्वजनिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें। दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों को पत्र लिखकर यह सलाह भी जरूर दूंगी। सभी को राम के बताए रास्ते पर चलना चाहिए।
नाजनीन अंसारी ने बताया कि काशी में धमाकों ने हिंदू और मुसलमानों के बीच नफरत की दीवार खड़ी कर दी थी। तब विशाल भारत संस्थान और मुस्लिम महिला फाउंडेशन की मुस्लिम महिलाओं ने संकटमोचन मंदिर जाकर हनुमान चालीसा का पाठ किया। उसी समय से हर रामनवमी पर भगवान श्रीराम की आरती उतारना मुस्लिम महिलाओं के लिए परंपरा बन गया।