नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज ‘मन की बात’ कार्यक्रम के तहत देशवासियों को सम्बोधित कर रहे हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस माह की शुरुआत में आयुष स्टार्ट अप चैलेंज शुरू हुआ था। इसका लक्ष्य स्टार्ट अप्स को पहचान कर उन्हें सपोर्ट करना है। इस दौरान उन्होंने लोगों से इसमें हिस्सा लेने की अपील भी की। कहा कि पिछले सात वर्षों में देश में आयुर्वेद के प्रचार-प्रसार पर बहुत ध्यान दिया गया। आयुष मंत्रालय का गठन से चिकित्सा और स्वास्थ्य से जुड़े हमारे पारंपरिक तरीकों को लोकप्रिय बनाने के संकल्प को और अधिक मजबूती मिली है। उन्होंने आगे कहा कि चोरी करके ले जाई गई 200 से अधिक बहुमूल्य प्रतिमाओं और धरोहरों को पिछले सात सालों में विभिन्न देशों से वापस लाया गया है और यह सफलता भारत के प्रति बदल रहे वैश्विक नजरिए का एक उदाहरण है। कहा कि देश की जब कोई बहुमूल्य धरोहर वापस मिलती है तो स्वाभाविक है कि एक हिन्दुस्तानी के नाते सभी को संतोष मिलना बहुत स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि साल 2013 तक करीब-करीब 13 प्रतिमाएं भारत आयी थीं लेकिन पिछले सात सालों में 200 से ज्यादा बहुमूल्य प्रतिमाओं को भारत सफलता के साथ वापस ला चुका है। कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन, हॉलैंड, फ्रांस, कनाडा, जर्मनी, सिंगापुर, ऐसे कितने ही देशों ने भारत की इस भावना को समझा है और मूर्तियां वापस लाने में हमारी मदद की है।
उन्होंने कहा कि जो विद्वान लोग हैं, वो मातृभाषा शब्द कहां से आया इसकी उत्पत्ति कैसे हुई, इसे लेकर बहुत अकादमिक इनपुट दे सकते हैं। जैसे हमारे जीवन को हमारी मां गढ़ती है, वैसे ही मातृभाषा भी हमारे जीवन को गढ़ती है। जैसे हम अपनी मां को नहीं छोड़ सकते वैसे ही अपनी मातृभाषा को भी नहीं छोड़ सकते।
Deewan Singh
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