बैतूल। मध्यप्रदेश के बैतूल में बोरवेल में गिरे 6 साल के बच्चे को 45 घंटे से अधिक समय के बाद भी निकाला नहीं जा सका। बोर 400 फीट गहरा है। बच्चे को निकालने के लिए बोर के 44 फीट का समानांतर गड्ढा खोदा गया है, लेकिन लगातार पानी आने की वजह से गड्ढे की गहराई ज्यादा नहीं बढ़ाई जा सकी है। टनल बनाने का काम शुरू हो चुका है। अभी तीन फीट तक टनल बना ली गई है। रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी कर रहे होमगार्ड कमांडेंट एसआर आजमी ने बताया कि बोरवेल में तन्मय 39 फीट पर फंसा हुआ है। बच्चों की नार्मल हाइट तीन से चार फीट मानकर हमने 44 फीट तक गड्ढा खोदा है। टनल बनाने में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के 61 जवान लगे हैं। पत्थर और चट्टानों के कारण टनल बनाने में परेशानी आ रही है। अभी हम हॉरिजोंटल बोर के साथ में टनल बनाकर आगे बढ़ रहे हैं। टीम को 10 फीट अंदर जाना है। तीन फीट तक सुरंग खोद ली गई है। हॉरिजोंटल बोरिंग और हैमरिंग के जरिए आगे टनल बनाई जाएगी। 5 से 7 फीट और टनल बनना है।
मध्यप्रदेश बैतूल के मांडवी गांव में बोरवेल में फंसे आठ वर्षीय बालक को बचाने के लिए सुरंग बनाने तकनीकी कर्मचारी 45 फीट गहरे गड्ढे में उतरे। #betulNews #BoyinBorewell #MPNews pic.twitter.com/TLcvZgZKyQ
— manishkharya (@manishkharya1) December 8, 2022
कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस ने बताया की सुरंग बनाने का काम आड़े बोर की मशीन से किया जाएगा। यह मशीन जहां तक काम करती है, वहां तक मशीन से ही सुरंग बनेगी। बोर में बड़ी मशीनों का कंपन न हो इसलिए दूसरी मशीन लगाने का फैसला किया है। बालक को पहले सीएचसी आठनेर ले जाएंगे। वहां से आईसीयू शिफ्ट किया जाएगा, लेकिन फिलहाल अंदर से कोई रेस्पॉन्स नहीं आ रहा है। घटनास्थल मांडवी गांव के साथ-साथ आसपास के 4 गांव के लोगों ने मदद के लिए हाथ बढ़ाए हैं। रेस्क्यू में जुटे 200 से अधिक लोगों के लिए निःशुल्क भोजन से लेकर सभी प्रकार की व्यवस्था ग्रामीणों द्वारा की जा रही हैं। ग्रामीणों ने बताया कि प्रशासन लगातार राहत कार्य में लगा है। लिहाजा हर स्तर पर मदद के लिए हम भी सहयोग दे रहे हैं।
हमारी सिर्फ एक मंशा है कि तन्मय को हंसता-खेलता देखें। ADM श्यामेंद्र जायसवाल ने बताया कि बच्चे को सकुशल बाहर निकालना प्राथमिकता है। इसके बाद खेत मालिक के खिलाफ FIR दर्ज करवाई जाएगी। SDRF और NDRF की टीम लगातार बच्चे तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। खोदे जा रहे गड्ढे में बहुत ही हार्ड पत्थर आ रहे हैं, इसलिए उन्हें हटाने में परेशानी आ रही है। बच्चे ने मंगलवार शाम से कोई रिस्पॉन्स नहीं किया है। पूरे मामले की खुद मॉनिटरिंग कर रहे CM शिवराज ने कहा- प्रशासन को सभी जरूरी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। बुधवार को अधिकारियों ने CM को बताया कि NDRF-SDERF की टीम लगातार काम में जुटी है।
🔸बैतूल के बोरवेल में 2दिन से गिरे तन्मय को बचाने की मुहिम जारी. सुरंग बनाकर पहुँचने की कोशिश … pic.twitter.com/ggYOO7mXD9
— Ankit Rajak (@Repoterankit) December 8, 2022
तन्मय की सलामती के लिए दुआओं का दौर भी चल रहा है। पूरे गांव मे लोग पूजा-अर्चना कर उसकी सलामती की प्रार्थना कर रहे हैं। मासूम के मां-बाप उसकी सलामती के लिए घर में पूजा-प्रार्थना कर रहे हैं। तन्मय के साथ पढ़ने वाले स्टूडेंट्स ने मांडवी के गायत्री मंदिर में गायत्री मंत्र का जाप किया। रेस्क्यू में जुटे अधिकारियों का कहना है कि पानी के रिसाव के कारण सुरंग बनाने के दौरान ज्यादा एहतियात रखना होगा। इसके लिए मशीनरी का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। इस काम में एक्पीरियंस लोगों की एक टीम तैयार की गई है। टीम हल्की ड्रिल मशीन की मदद से सुरंग बनाने का काम करेगी। पानी का जमीन से लगातार रिसाव हो रहा है। ऐसे में दो पंप की मदद से पानी को बाहर निकालने का काम भी किया जा रहा है। रेस्क्यू टीम के अफसर ने कहा- बच्चा किसी भी प्रकार से हरकत नहीं कर रहा है। हमारी कोशिश बच्चे तक जल्द से जल्द पहुंचने की है। बच्चे के हाथ ऊपर हैं। इस वजह से उसे खाने-पीने का कुछ भी सामान नहीं भेज सकते। बोरवेल में ऑक्सीजन दी जा रही है। बच्चे से आखिरी बार कल यानी मंगलवार शाम 5 बजे के करीब बात हुई थी। तब उसने कहा था- यहां बहुत अंधेरा है। मुझे डर लग रहा है। जल्दी बाहर निकालो। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि पहली प्राथमिकता तन्मय को सकुशल बाहर निकालना है। बच्चे के गिरने के मामले की पूरी जांच की जाएगी। जिसकी भी गलती सामने आएगी, उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। हम प्रशासन से लगातार संपर्क में हैं। मुख्यमंत्री खुद पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
कलेक्टर, SP सहित तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे। 6 पोकलेन, 3 बुलडोजर और ट्रैक्टर मिट्टी-मुरम को हटाने में लगे हैं। रेस्क्यू टीम ने बताया कि बच्चा बोर में 38 फीट गहराई पर फंसा हुआ है। उसके ऊपर पानी की बूंदें टपक रही हैं। पत्थर के कारण खुदाई का काम बहुत धीरे हो रहा है। कलेक्टर अमनबीर बैंस ने बताया कि बच्चे के हाथ में रस्सी बांधकर उसे ऊपर खींचने की कोशिश की गई, वो करीब 12 फीट ऊपर भी आ गया था, लेकिन इसी बीच रस्सी खुल गई और वो वहीं अटक गया। हादसा मंगलवार शाम बैतूल जिले के आठनेर के मांडवी गांव में करीब 5 बजे हुआ। 6 साल का तन्मय दूसरे बच्चों के साथ खेल रहा था। इसी दौरान वह पड़ोसी के बोरवेल में गिर गया। आवाज लगाने पर बोरवेल के भीतर से बच्चे की आवाज आई। इस पर परिवार वालों ने तत्काल बैतूल और आठनेर पुलिस को सूचना दी। तन्मय की 11 साल की बहन निधि साहू ने बताया, हम छुपन-छिपाई खेल रहे थे। भाई को कहा कि चलो अब घर चलते हैं। वो कूदकर आया। बोर के ऊपर बोरी थी। वो बोरी को पकड़कर रखा था, मैं जब तक पहुंची तो भाई नीचे चला गया। मां रितु साहू का कहना है कि वह 5 बजे के करीब गिरा। उसने आवाज भी दी। तब उसकी तेज सांस चल रही थी। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर कलेक्टर, DIG, SP, कमिश्नर श्रीमन शुक्ला, तहसीलदार आठनेर समेत पुलिस-प्रशासन के सभी बड़े अधिकारी भी पहुंच गए। परिवार को बच्चे से बात करने को कहा गया। बच्चे के पिता ने उससे बात की। तन्मय दूसरी क्लास में पढ़ता है। पिता सुनील ने बताया कि 8 दिन पहले ही खेत पर उन्होंने 400 फीट गहरा बोर करवाया था। इसी बोर में उनका बेटा गिर गया है।