नई दिल्ली। बांग्लादेश में बाढ़ का कहर लगातार जारी है। बाढ़ के चलते यहां कई जगहों पर पेयजल और खाद्य संकट गहराने लगा है। अधिकारियों के अनुसान पिछले सप्ताह मानसून शुरू होने के बाद से देश भर में एक दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो गई। सरकार ने लोगों को निकालने में मदद के लिए सेना की मदद ली।
समाचार एजंसी ‘यूनाइटेड न्यूज आफ बांग्लादेश’ के अनुसार, आपदा और राहत मामलों के कनिष्ठ मंत्री इनामुर रहमान ने कहा कि सबसे ज्यादा प्रभावित सुनामगंज और सिलहट जिलों में 100,000 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है और लगभग 40 लाख लोग इस क्षेत्र में फंसे हुए हैं। देश की राजधानी ढाका में देश के बाढ़ पूर्वानुमान और चेतावनी केंद्र से रविवार को ताजा बयान में कहा गया है कि उत्तरपूर्वी जिलों सुनामगंज और सिलहट में बाढ़ की स्थिति अगले 24 घंटों में और खराब हो सकती है। इसने कहा कि उत्तरी बांग्लादेश की एक प्रमुख नदी तीस्ता के खतरे से निशान से ऊपर बहने की आशंका है। देश के उत्तरी जिलों लालमोनिरहाट, कुरीग्राम, नीलफामरी, रंगपुर, गैबंधा, बोगरा, जमालपुर और सिराजगंज में भी स्थिति बिगड़ सकती है। अधिकारियों ने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र से पानी कम होना शुरू हो गया है, लेकिन यह देश के मध्य क्षेत्र के लिए खतरा पैदा कर रहा है, जो बाढ़ के पानी के लिए दक्षिण में बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने का मार्ग है।
Deewan Singh
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