नई दिल्ली। किसानों ने एक बार फिर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का मन बना लिया है। संयुक्त किसान मोर्चा अराजनैतिक के आह्वान पर आज दिल्ली के जंतर-मंतर पर किसान महापंचायत बुलाई गई है। इस बैठक को लेकर दिल्ली में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। इस महापंचायत में शामिल होने के लिए अलग-अलग राज्यों से किसान दिल्ली पहुंचने शुरू हो चुके हैं। किसानों द्वारा बुलाए गए इस महापंचायत का उद्देश्य अपने मुद्दों के साथ-साथ युवाओं में बढ़ रही बेरोजगारी को लेकर सरकार तक अपनी बात पहुंचाना है। किसान महापंचायत को लेकर तैयारियां कई दिनों से चल रही थी। जानकारी के मुताबिक 1 दिन का यह महापंचायत कार्यक्रम होगा जो कि शांति और अनुशासन के साथ आयोजित किया जाएगा। किसान मोर्चा की ओर से यह भी दावा किया जा रहा है कि अगर सरकार ने इससे पंचायत में किसी तरह का व्यवधान डालने की कोशिश की तो उसके लिए वह स्वयं जिम्मेदार होगी। इस महापंचायत के जरिए किसान कई मांग उठा सकते हैं। इसमें सबसे बड़ा मुद्दा एमएसपी का है। इसके अलावा लखीमपुर खीरी नरसंहार के पीड़ित किसान परिवारों को इंसाफ मिले। वहीं, केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी की भी गिरफ्तारी की मांग की जा सकती है। किसानों की ओर से बिजली बिल 2022 को रद्द किए जाने की भी मांग की जा सकती है। वही गन्ने का समर्थन मूल्य बढ़ाए जाने की भी बात होगी। अग्निपथ योजना भी काफी अहम मुद्दा रहने वाला है। वहीं, किसानों के संगठन द्वारा बुलायी गई ‘महापंचायत’ के मद्देनजर सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर समेत दिल्ली की सीमाओं पर सोमवार को सुरक्षा कड़ी कर दी गयी। पुलिस ने बताया कि राजधानी में प्रवेश कर रहे सभी वाहनों की तलाशी ली जा रही है और पुलिस कर्मियों को ‘‘सतर्क’’ रहने को कहा गया है।
Deewan Singh
Editor