नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सियासी घमासान के बीच अब इमोशनल कार्ड खेला जा रहा है। विधायकों के बगावती तेवरों के बावजूद उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे पार्टी पदाधिकारियों को एकजुट रखने की कोशिश में जुटे हुए हैं। दोनों नेताओं ने पार्टी पदाधिकारियों को साफ तौर पर कह दिया है कि सूखे पत्ते को जाने दो, हरे पत्ते फिर आ जाएंगे। आपको बता दें कि एकनाथ शिंदे के बगावत के बाद से ही उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री आवास छोड़ दिया है और वे मातोश्री आकर रह रहे हैं।
इसी कड़ी में आज आदित्य ठाकरे पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में शामिल हुए। उन्होंने युवा सेना के लोगों को भी संबोधित किया इस दौरान आदित्य ठाकरे ने बागी विधायकों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि कुछ लोग ऐसे के लिए बिक चुके हैं। आदित्य ठाकरे ने कहा कि सत्ता तो आती-जाती रहती है। लेकिन जनता उस काम का समर्थन करती है जो उद्धव ठाकरे ने पिछले ढाई सालों में किया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि ज्यादा की बोली लगी तो परिवार के सदस्य ने ही धोखा दे दिया। आदित्य ठाकरे की ओर से कहा गया कि हम सत्ता के लालची नहीं है। पहले भी लोगों ने शिवसेना को धोखा दिया है।
कहा कि मेरी मां ने कहा कि अगर हमें एनसीपी और कांग्रेस ने धोखा दिया होता तो इतना बुरा नहीं लगता। लेकिन हमें धोखा अपनों ने दिया है। जिनको हमने पाला था। उन्होंने ही हमें बड़ा धोखा दिया है।
Deewan Singh
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