नई दिल्ली। देश में मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों को देखते हुए केन्द्र सरकार अलर्ट मोड पर आ गई है। इसको लेकर सरकार द्वारा जरूरी गाइडलाइन जारी की गई है, जिसमें 21 दिनों का आइसोलेशन, घावों को ढककर रखना और ट्रिपल लेयर का मास्क पहनना शामिल है। इसके अलावा सरकार ने मंकीपॉक्स की जांच के लिए टेस्टिंग किट और वैक्सीन बनाने के लिए टेंडर भी निकाला है। बता दें कि देश में कोरोना की दहशत के बीच मंकीपॉक्स के मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है, जिससे न केवल लोगों में भय व्याप्त है बल्कि सरकार भी चिंतित है।
बता दें कि देश में अब तक मंकीपॉक्स के 4 केस सामने आ चुके हैं। इनमें से 3 मरीज केरल में और 1 दिल्ली में मिला है। अब तक 4 संदिग्ध केस भी सामने आ चुके हैं। सभी के सैंपल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, पुणे भेज दिए गए हैं। हालांकि, अभी तक रिपोर्ट नहीं आई है।
यहां यह जानना भी जरूरी है कि देश में मंकीपॉक्स का पहला केस 14 जुलाई को केरल के कोल्लम में मिला था। इसके बाद केरल में ही 18 और 22 जुलाई को दूसरे और तीसरे केस की पुष्टि हुई थी। ये तीनों मरीज खाड़ी देशों से लौटे थे। इसके बाद 25 जुलाई को दिल्ली में चौथे केस की पुष्टि हुई। हालांकि इस मरीज की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है। वह मनाली से पार्टी करके लौटा था। वहीं अब तक तेलंगाना, बिहार, यूपी और दिल्ली में 4 संदिग्धों की पहचान की गई है। इनके सैंपल पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी भेज दिए गए हैं।
केंद्र ने सभी राज्य सरकारों को अलर्ट किया जारी
1- उत्तराखंड में डेंगू और मंकीपॉक्स को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। ऐसे लोगों पर निगरानी रखने के लिए कहा गया है, जो केरल या प्रभावित देशों से राज्य पहुंच रहे हैं।
2- दिल्ली आने वाले संदिग्ध मरीजों को LNJP अस्पताल भेजा जाएगा, जहां मंकीपॉक्स के मरीजों के लिए अलग से वॉर्ड बनाया गया है।
3- UP में भी मंकीपॉक्स को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। सरकार का कहना है कि पड़ोसी राज्यों में केस मिलने के बाद सतर्क रहने की जरूरत है।
4- MP में भी हेल्थ मिनिस्टर प्रभु राम चौधरी ने अलर्ट जारी कर दिया है।
5- बिहार के स्वास्थ्य विभाग ने मंकीपॉक्स को लेकर सभी जिलों के लिए अलर्ट जारी कर दिया है।