कांग्रेस के कानून मंत्री से लेकर मानव संसाधन विकास मंत्री रहे पूर्व कांग्रेस वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कांग्रेस छोड़ दी है। जिसके बड़े सियासी मायने तो है ही साथ ही कांग्रेस छोड़ सपा में गए कपिल सिब्बल के जाने की वजहों पर भी कयास लगाए जा रहे है। सपा के समर्थन से राज्यसभा जाने का फैसला करने वाले सिब्बल का लखनऊ से राजयसभा पर्चा भरना और सुनील जाखड़ और हार्दिक पटेल जैसे नेताओं का कांग्रेस को अलविदा कहना कांग्रेस के लिए भारी पड़ सकता है वो बह ऐसे समय में जब कांग्रेस को एक-एक तिनके के सहारे की जरूरत है ।
क्या हो सकती है पार्टी छोड़ने की वजह
कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व जी-23 में शामिल गुलाम नबी आजाद से लेकर आनंद शर्मा, भूपेंद्र सिंह हुड्डा और मनीष तिवारी सहित तमाम नेताओं को अलग-अलग कमेटियों में जगह देकर उन्हें साधे रखने में सफल रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि कपिल सिब्बल को कांग्रेस आखिर क्यों जोड़े नहीं रख पाई? इसके पीछे सबसे बड़ी वजह यह मानी जा रही है कि असंतुष्ट खेमे में शामिल दूसरे नेताओं ने खुले तौर पर गांधी परिवार पर सवाल नहीं खड़े किए थे, जबकि कपिल सिब्बल ने सोनिया से लेकर राहुल तक पर सवाल खड़े कर दिए थे। ऐसे में जी-23 में शामिल नेताओं ने भी कपिल सिब्बल के बयान से किनारा कर लिया था। वहीं, गांधी परिवार ने उसी समय तय कर लिया था कि जी-23 में शामिल नेताओं को साधेगी, लेकिन कपिल सिब्बल को भाव नहीं देगी। इसीलिए उसके बाद कपिल सिब्बल को कांग्रेस ने अपनी किसी भी बैठक में नहीं बुलाया।
Deewan Singh
Editor