पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के छह दोषियों में से एक नलिनी श्रीहरन, जिन्हें सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के बाद रिहा किया गया है. उन्होंने रविवार को कहा कि हत्या की साजिश में उनकी कोई भूमिका नहीं थी और अपने पति के दोस्तों से परिचित होने के कारण उन्हें जेल हुई. यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें हत्या में अपनी भूमिका और दूसरों की भूमिका पर पछतावा है. उन्होंने अपनी बेगुनाही बरकरार रखी और कहा वास्तव में मेरी कोई भूमिका नहीं थी. मुझे पता है कि मैं दोषी हूं. लेकिन मेरे दिल यह जानता है कि क्या हुआ था.
एनडीटीवी को दिए एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि वह पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या की साजिश में शामिल नहीं थी, लेकिन उस पर आरोप लगाया गया क्योंकि वह उस समूह का हिस्सा थी जिसने इसकी साजिश रची थी. “वे मेरे पति के दोस्त थे. इसलिए, मैं उनसे परिचित हो गई. मैं उनसे बात नहीं करती थी, जब उन्हें जरूरत होती तो मैं मदद करती थी. जैसे कि दुकानों या थिएटरों या होटलों या मंदिरों में जाना. मैं उनके साथ जाती थी. बस इतना ही… इसके अलावा, मेरा कोई व्यक्तिगत संपर्क नहीं था…मैं उनके परिवार को नहीं जानती थी, वे कहां
श्रीहरन ने कहा कि 2001 में उनकी मौत की सजा को कम करने से पहले, उन्हें किसी भी समय मृत्युदंड दिए जाने की उम्मीद थी. उन्होंने कहा, “सात बार उन्होंने ब्लैक वारंट (फांसी का आदेश) लगाया, वे मेरा इंतजार करते थे.”