जयपुर: राजस्थान में सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में अब एसओजी की जांच परीक्षा करवाने वाले आयोग तक पहुंच गई है जहां मंगलवार को एसओजी ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के सदस्य बाबू लाल कटारा को पकड़ा. वहीं एसओजी ने कटारा को हिरासत में लिए जाने के बाद बुधवार को पेपर लीक की कई कड़ियों को जोड़ते हुए अहम खुलासे किए. एसओजी एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया कि आरपीएससी मेंबर बाबूलाल कटारा ने पेपर लीक किया था जहां कटारा ने वाइस प्रिंसिपल शेर सिंह मीणा को पहले 60 लाख रुपए में पेपर बेचा और इसके बाद शेरसिंह ने 80 लाख रुपए में भूपेंद्र सारण को बेचा जहां से पेपर अभ्यर्थियों तक पहुंचा.
वहीं एसओजी की ओर से बुधवार को दावा किया गया कि अब पेपर लीक में शुरू से ही फरार चल रहे सुरेश ढाका को भी दबोचा जाएगा जिसके बाद इस मामले में कई और खुलासे हो सकते हैं. राठौड़ ने कहा कि पेपर लीक केस की जांच शुरू करने के दौरान ही हमें पता चल गया था कि पेपर आरपीएससी के अंदर से ही लीक हुआ है.
मालूम हो कि एसओजी ने मंगलवार को आरपीएससी के मेंबर बाबूलाल कटारा, उसके भांजे विजय कटारा और ड्राइवर गोपाल को अजमेर और डूंगरपुर से गिरफ्तार किया था. वहीं तीनों आरोपियों को बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें 29 अप्रैल तक की रिमांड पर भेज दिया गया है.