नई दिल्ली। दो माह से गायब युवती का पुलिस ने शव बरामद कर लिया है। घटना से युवती के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। घटना यूपी के उन्नाव की बताई जा रही है, वहीं पुलिस ने इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली है। जानकारी के अनुसार करीब दो महीने पहले उन्नाव में रहने वाले एक दलित परिवार की बेटी गायब हो गयी थी। करीब दो महीने से लापता बेटी की शिकायत लेकर मां पुलिस स्टेशन के चक्कर काटती रही। आखिरकार गुरुवार को दलित लड़की का शव उन्नाव से बरामद कर लिया गया। पीड़िता की मां ने आरोप लगाया है कि हत्या के पीछे पूर्व मंत्री फतेह बहादुर सिंह के बेटे का हाथ है। मां को जब से बेटी की मौत का पता चला है उसका रो-रो कर बुरा हाल हैं। लड़की की मां ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने समय पर कार्यवाही नहीं की। पुलिस को मंत्री के बेटे के बारे में बताने के बाद भी पुलिस ने कोई कदम नहीं उठाया, उनकी तरफ से तर्क दिया गया कि लड़की भाग गयी हैं वापस आ जाएगी। मामला तब तूल पकड़ने लगा जब चुनावी रैली के दौरान लड़की की मां अपनी बेटी के लिए इंसाफ की गुहार लगाने के लिए अखिलेश यादव की गाड़ी के सामने कूद गयी थी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तब लड़की का शव मंत्री की संपत्ति में मिला। बॉडी को पुलिस ने कस्टडी में ले लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सूत्रों के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि लड़की की मौत गला दबाने की वजह से हुई है, वहीं गर्दन की हड्डी भी टूटी मिली है। इसके साथ सिर में दो चोट के निशान मिले हैं। तीन डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। हालांकि इस मामले में पुलिस ने कथित तौर पर मामले को गंभीरता से नहीं लिया और 24 जनवरी को लखनऊ में मां अखिलेश यादव की कार के आगे कूद गई। मामला गर्म होने पर पुलिस ने राजोल सिंह को जेल भेज दिया। उससे पूछताछ की गई, लेकिन लापता महिला का पता नहीं चल सका। बाद में सबूतों के आधार पर पुलिस को गुरुवार को बच्ची का शव मिला। सदर कोतवाली पुलिस की स्वाट टीम ने मौके पर पहुंचकर महिला का शव बरामद किया और शव को चार फीट नीचे जमीन में दबा दिया। शव की सूचना पर परिजनों में कोहराम मच गया। मां ने पुलिस पर जांच में देरी करने का आरोप लगाया, जिससे उसकी बेटी की मौत हो गई।
Deewan Singh
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