क्वाड सम्मिट में भारत और अमेरिका के बीच एक बैठक हुई जिसमे प्रधानमंत्री नरेंद्र पीएम मोदी ने दोनों देशो के बीच संबंधों को ‘भरोसे की साझेदारी’ बताया अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ अधिक समृद्ध, मुक्त और सुरक्षित विश्व के लिये साथ मिलकर काम करने और दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका रक्षा एवं आर्थिक संपर्कों को और गहरा बनाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
पीएम मोदी ने कहा, ‘अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन के साथ सार्थक बैठक हुई. हमने कारोबार, निवेश, रक्षा, लोगों के बीच सम्पर्क सहित भारत-अमेरिका संबंधों के विविध आयामों पर आज व्यापक चर्चा की। टोक्यो में दोनों नेताओं के बीच बातचीत के बाद विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों ने महत्वपूर्ण एवं उभरती प्रौद्योगिकियों पर भारत-अमेरिकी पहल (आईसीईटी) की शुरूआत की जो कृत्रिम बुद्धिमता, क्वांटम कम्प्यूटिंग, 5जी, 6जी, बायोटेक, अंतरिक्ष और सेमीकंडक्टर जैसे क्षेत्रों में परिणामोन्मुखी सहयोग को सुगम बनाने के लिये है।
मंत्रालय ने कहा कि भारत और अमेरिका ने लॉन्गटर्म वैक्सीन कार्यक्रम (वीएपी) को वर्ष 2027 तक बढ़ाया जो संयुक्त जैव हेल्थ रिसर्च को जारी रखने के लिये है। इसका परिणाम टीके के विकास और संबंधित प्रौद्योगिकी के रूप में सामने आया है। क्वाड शिखर सम्मेलन से इतर हुई इस बैठक में पीएम मोदी ने अमेरिकी उद्योगों को भारत में ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ कार्यक्रम के तहत रक्षा क्षेत्र में भारत में निर्माण के लिये आमंत्रित किया। पीएम मोदी ने क्वाड शिखर सम्मेलन से इतर द्विपक्षीय वार्ता के दौरान बाइडन से कहा, ‘भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक गठजोड़ सही मायने में भरोसे की एक साझेदारी है तथा यह मित्रता वैश्विक शांति एवं स्थिरता के लिये अच्छाई की ताकत के रूप में जारी रहेगी। उन्होंने कहा, ‘रक्षा एवं अन्य मामलों में हमारे साझा हितों और हमारे साझा मूल्यों ने विश्वास के हमारे बंधन को मजबूत किया है।
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