प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 84वें एपिसोड में राष्ट्र को संबोधित किया।

आज साल 2021 की आखिरी मन की बात थी।
‘मन की बात’ पीएम मोदी (PM Modi) का मासिक रेडियो संबोधन है, जो हर महीने के आखिरी रविवार को प्रसारित होता है। प्रधानमंत्री मोदी (PM modi) ने कोरोनावायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट के उभरते खतरे, भारत के सफल कोविड टीकाकरण अभियान, किताब पढ़ने की आदत और स्वच्छता अभियान के बारे में बात की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बताया की आजकल उनके कैबिनेट में ही कई ऐसे मंत्री हैं जो पुराने फाइल और पेपर इस्तेमाल नहीं करते और उन्होंने डिजिटलीकरण को अपनाया है। साथ ही साथ कई विभागों ने कुछ क्रिएटिव कदम भी उठाए हैं जैसे कि- डाक विभाग में कबाड़खाने को आंगन व कैफेटेरिया में तब्दील कर दिया गया है। एक और कबाड़खाने को दोपहिया वाहनों के लिए पार्किंग की जगह में बदल दिया गया है।पर्यावरण मंत्रालय ने अपने खाली कबाड़खाने को वेलनेस सेंटर में बदल दिया। शहरी मामलों के मंत्रालय ने एक स्वच्छ एटीएम स्थापित किया है जिसमें लोग कचरा जमा करते हैं और बदले में नकद लेते हैं। नागरिक उड्डयन विभाग ने सूखे पत्तों और जैविक कचरे से जैविक खाद बनाना शुरू कर दिया है।
‘Saaf Water’ को प्रधानमंत्री मोदी ने सराहा
पीएम मोदी (PM Modi) के मुताबिक साफ वाटर स्टार्टअप इंटरनेट ऑफ थिंग्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से अपने इलाके में पानी की शुद्धता और गुणवत्ता से जुड़ी जानकारी लोगों को देगा।
पीएम ने करी किताबो पर बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra modi) ने साथ ही साथ यह भी कहा कि लोगों को किताब पढ़ने की आदत डालनी चाहिए,” खिताब से सिर्फ ज्ञान ही नहीं मिलता बल्कि इंसान की पर्सनालिटी भी उभरती है। किताब पढ़ने की आदत एक परम आनंद की अनुभूति देते हैं।” प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वे मन की बात सुनने वाले लोगों से यह भी पूछेंगे की 2021 में आपने कौन सी किताबें पढ़ी ताकि अगले साल लोग जान सकें कि कौन सी किताब पढ़नी है।