भाग दौड़ भरी में थकना मना है जैसे विज्ञापन आपके जीवन के यतार्थ के साथ अपने उत्पादों को आपके सामने पेश करते है। ऐसे में कई बार हम खुद की सेहत के बारे में सोचते है तो कई बार इसे अनदेखा कर देते जो आगे चलकर हमारे लिए कठिनाई का सबब बनती है। खासतौर पर महिलाएं अपने परिवार की देखभाल में इतनी मशगूल रहती कि खुद को संभालने के लिए उनके पास वक्त नहीं होता यही नही कामकाजी महिलाओं पर तो इसकी दोहरी मार पड़ती है। अगर आप भी खुद को लेकर लापरवाही बरत रहे है तो खबर आपके काम की है। आजकल की महिलाओं के लिए 30 के बाद हड्डी और मांसपेशियों की परेशानी शुरू हो जाती है, इसका कारण होता है विटामिन डी का बॉडी को सही मात्रा में न मिल पाना। जिसके कारण न सिर्फ बोन्स कमजोर होती हैं, बल्कि और भी कई गंभीर बीमारियों का कारण बनती हैं।
इम्यूनिटी हमारी बॉडी को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाती है. यह हमारे शरीर को रोगों से लड़ने की क्षमता प्रदान करती हैं, ऐसे में विटामिन डीशरीर के लिए बहुत जरूरी है। विटामिन डी की कमी से महिलाओं में तनाव और अवसाद की समस्या पैदा होने लगती है. इससे उनके दिमाग में नकारात्मक विचार आने लग जाते हैं। विटामिन डी की कमी से अगर सर्जरी और चोट लगती है तो घाव भरने में समय लगता है। वहीं, विटामिन डी की कमी से हड्डियां और मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं और घुटनों में दर्द रहने लगता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
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