अक्सर लोग जब 50 साल के होते हैं तो खुद को बूढ़ा समझने लगते हैं और कठिन एक्सरसाइज या जिम जाना छोड़ देते हैं। कई बार तो युवा भी अपनी सेहत पर ध्यान नहीं देते हैं जिसकी वजह से शरीर में कुछ-कुछ बीमारियां हो जाती हैं। पर एक महिला जवान और बुजुर्ग, हर किसी को मोटिवेट कर रही है क्योंकि वो 86 साल की है और अभी भी बॉडी बिल्डिंग करती है। आपको जानकर हैरानी होगी कि उसे दुनिया की सबसे बुजुर्ग महिला बॉडी बिल्डर भी माना जाता है।
डेली स्टार न्यूज वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका के बाल्टीमोर की रहने वाली 86 साल की अर्नेस्ट शेफर्ड के बारे में आप सुनेंगे तो आपके होश उड़ जाएंगे। कारण ये है कि महिला इस उम्र में भी बॉडी बिल्डिंग करती है। साल 2010 में उन्हें गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की तरह से दुनिया की सबसे बुजुर्ग महिला बॉडी बिल्डर का खिताब भी मिला था। उन्हें देखकर ये कह पाना मुश्किल है कि वो 80 साल से ज्यादा हैं। लोग उन्हें 50-60 साल के बीच का समझ लेते हैं।
अपनी सेहत को और बॉडी बिल्डिंग रूटीन को वो अनुशासन के साथ फॉलो करती हैं। वो हर दिन मुट्ठीभर अखरोट खाती हैं और 10 अंडों का सफेद हिस्सा भी खाती हैं। इसके साथ ही वो चिकेन और सब्जियों का सेवन भी खूब करती हैं। यही नहीं, वो हर दिन 52 किलो बेंच प्रेस एक्सरसाइज यानी इतना वजन वो रोज उठाती हैं। अगर इतने से ही आप चौंक गए हैं तो अभी और सुनिए। अर्नेस्ट हर हफ्ते 128 किलोमीटर जॉगिंग भी करती हैं। उन्होंने बताया कि उनकी डायट की वजह से ही वो इतना दौड़ पाती हैं। अपने इस रूटीन को पूरा करने के लिए वो रोज सुबह 4 बजे उठती हैं।
जब अर्नेस्ट युवा थीं, तब वो बॉडी बिल्डिंग या जिम करने में यकीन नहीं करती थीं, पर इस जिंदगी को जीना उन्होंने 56 साल की उम्र में शुरू किया। इस लाइफस्टाइल ने उनके जीवन पर काफी सकरात्मक प्रभाव भी डाला है। युवावस्था की तुलना में वो अब खुद को ज्यादा जवान मेहसूस करती हैं। महिला ने बताया कि उनकी बहन के मोटीवेशन की वजह से उन्होंने वेट उठाना शुरू किया था। दोनों ने मिलकर 56-57 साल की उम्र में जिम शुरू किया मगर कुछ सालों बाद उनकी बहन की दिमागी बीमारी से मौत हो गई थी। तब उन्होंने एक्सरसाइज करना छोड़ दिया था पर अपनी बहन को श्रद्धांजलि देने के लिए उन्होंने फिर से जिम शुरू किया और साल 2010 में एक बॉडी बिल्डिंग कंप्टीशन में हिस्सा लिया जिसमें उन्हें पहला स्थान मिला था। उसके बाद ही उन्हें गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड ने भी विश्व विजेता माना था।