नई दिल्ली। आपने गौर किया होगा कि पिछले कुछ दिनों से हिंदुस्तान की राजनीति में ईवीएम को लेकर विपक्षियों ने हाय तौबा मचाया हुआ है। विपक्षियों का आरोप है कि केंद्र की मोदी सरकार ईवीएम को अपने सियासी हित के लिए इस्तेमाल कर रही है और जनादेश को अपने अनुकूल ढालकर लोकतंत्र का मखौल उड़ा रही है। अब ऐसे में लोगों को रांकापा नेता अजित पवार ने करारा जवाब दिया है। जिसकी अभी खूब चर्चा हो रही है। ध्यान रहे कि यह चर्चा होना लाजिमी है, क्योंकि अजित पवार रांकापा के नेता हैं, जो कि वर्तमान में विपक्षियों के कुनबे का हिस्सा है। अजित पवार कोई और नहीं, बल्कि शरद पवार के छोटे भाई हैं। आइए, अब आगे जान लेते हैं कि आखिर अजित पवार ने क्या कुछ कहा है।
उन्होंने कहा कि मुझे व्यक्तिगत रूप से ईवीएम पर पूरा भरोसा है। अगर ईवीएम खराब होती तो छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, पंजाब, केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में विपक्षी दलों की सरकारें नहीं होतीं. हमारे देश में ईवीएम से छेड़छाड़ संभव नहीं है। यह पूरी तरह से एक बड़ी प्रणाली है, बहुत सारे चेक और बैलेंस शामिल हैं। बता दें कि अभी अजित पवार का बयान बयान खासा सुर्खियों में है। हालांकि, अभी तक इस पर किसी की भी कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। अब इस पर किसकी क्या प्रतिक्रिया सामने आती है। यह देखने वाली बात होगी। लेकिन, उससे पहले आप यह भी जान लीजिए कि इससे पहले अजित के भाई शरद पवार भी अडानी प्रकरण पर भी बड़ा बयान दिया था। जो कि अभी खूब चर्चा में है।
Maharashtra | I have full trust in EVM personally. If EVMs were faulty, then we would not have governments of opposition parties in states like Chattisgarh,WB, Rajasthan, Punjab, Kerala, Tamil Nadu, Telangana and Andhra Pradesh. It is not possible to manipulate EVMs in our… pic.twitter.com/B1RRGz5SCI
— ANI (@ANI) April 8, 2023
शरद पवार ने कहा कि हमारे कुछ साथी लगातार अडानी प्रकरण की जांच के लिए जेपीसी गठन की जांच की मांग कर रहे हैं, जिसमें 21 सदस्य होते हैं और उनमे से 15 सदस्य सत्तारूढ दल के ही होंगे और बाकी के विपक्षी खेमे के होंगे। ऐसे में आप सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं कि ये लोग देश के सामने क्या सच्चाई लेकर आएंगे। ध्यान रहे कि ऐसा कहकर जेपीसी राग अलाप रहे साथी नेताओं से जुदा रुख अख्तियार किया है, जिसने सभी हतप्रभ कर दिया है।