भारत एक ऐसा देश है जहां सभी को अपनी बात रखने का हक़ है वो बात चाहे सरकार के पक्ष में हो या विरोध में. अग्निपथ योजना के बाद यही विरोध देश के कई राज्यों पर भारी पड़ रहा है. जिसमे अबतक करीब 200 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, इसमें मेल और एक्सप्रेस ट्रेने शामिल है यही 300 दूसरी ट्रेनों पर भी अग्निपथ योजना के विरोध में हो रही हिंसा का असर पड़ा है. इस दौरन कई वीडियो भी सामने आ रही है. जिसमे इस देश के आमलोगों की परेशानी साफ़ तौर पर देखी जा सकती है. ऐसे में सरकारी सम्पतियों को नुकसान पहुंचाने वाले और अपने देश के लोगों को खुद के हितों के चलते मुश्किल में डालने वालों के हाथ में राष्ट्र कितना सुरक्षित है यह सवाल पूछना आज बेहद जरूरी हो गया. जरा सोचिये जो लोग अपने भविष्य के चलते अपने ही घरों के आसपास और अपने शहरों का माहौल खराब कर सकते है. क्या वो लोग देश की रक्षा में अपनी मिट्टी के लिए प्राणों को न्योछावर कर सकते है? इस विरोध के चलते न जाने कितने कामकाजी लोगों ने अपने समय की आहूति दे दी.
सरकार की योजना और इस योजना से सहमत न होना लाजमी भी है और किसी भी लोकतांत्रिक देश में उसकी जनता का हक़ भी है. लेकिन अपनी मांगो के लिए देश में अशांति फैलाना कही से भी उचित नही है. हालांकि सरकार भी इस विरोध के बाद कई फैसले लिए है.बता दें कि अग्निपथ योजना पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर एक जरूरी भी हुई है. इस बैठक में तीनों सेना प्रमुख भी शामिल हैं. इसके अलावा गृह मंत्रालय ने केंद्रीय आर्म्ड पुलिस फोर्स (CAPF) और असम राइफल्स की भर्ती में अग्निपथ योजना के अंतर्गत 4 साल पूरा करने वाले अग्निवीरों को 10 फीसदी आरक्षण देने का ऐलान किया है.
क्या है अग्निपथ योजना और विरोध की वजह
योजना के तहत सरकार का प्लान है कि सेनाओं में चार साल के लिए युवाओं की भर्ती की जाए. कम उम्र के युवाओं को चार साल की सेवा के बाद रिटायर कर दिया जाएगा. भर्ती किए गए जवानों में से सिर्फ़ 25 प्रतिशत को सेना में रखा जाएगा.
अग्निपथ योजना के खिलाफ सड़क पर उतरे प्रदर्शनकारियों की मांग बेहद स्पष्ट है. उनका कहना है कि इस योजना को तुरंत प्रभाव से वापस लिया जाना चाहिए. लंबे समय से सेनाओं में भर्ती ने होने की वजह से परेशान छात्रों की मांग है कि जल्द से जल्द भर्ती की रैलियां आयोजित कराई जाएं और परीक्षाएं शुरू हों. इसके अलावा, पुरानी लटकी भर्तियों को भी जल्द से जल्द क्लियर करने की मांग की जा रही है.
#WATCH | Bihar: Youth demonstrate in Chhapra, burn tyres and vandalise a bus in protest against the recently announced #AgnipathRecruitmentScheme pic.twitter.com/Ik0pYK26KY
— ANI (@ANI) June 16, 2022