नई दिल्ली। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज सीआरपीएफ के 83वें स्थापना दिवस पर जम्मू के मौलाना आजाद स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की। इस दौरान जवानों की परेड की सलामी लेन के बाद उन्होंने बलिदानियों के परिजनों व जाबांज जवानों को पुलिस सम्मान पदक से सम्मानित किया। इस दौरान गृहमंत्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में सुरक्षा हालात लगातार बेहतर हो रहे हैं। अगले कुछ सालों में ऐसा होगा कि हमें सीआरपीएफ या फिर अन्य किसी सुरक्षाबल को देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए शहरों में तैनात नहीं करना पड़ेगा। कश्मीर में बेहतर होते हालात इसका स्पष्ट उदाहरण है। वर्ष 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद जम्मू-कश्मीर की स्थिति में सुधार हुआ है। अनुच्छेद 370 हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर में हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि हमारे सुरक्षाबलों ने राज्य में आतंकवाद को काफी हद तक नियंत्रित कर लिया है। कहा कि सीआरपीएफ जवानों को आने वाले चुनौतियों का सामना करने के लिए आधुनिक हथियारों सहित अन्य तकनीकों में सक्षम बनाने के लिए जल्द से जल्द एक रोडमैप तैयार करें। सीआरपीएफ के जवान हर क्षेत्र में बेहतर होने चाहिए। बता दें कि यह पहली बार है जब सीआरपीएफ राष्ट्रीय राजधानी के बाहर अपना स्थापना दिवस मना रहा है। भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने 1950 में संसद द्वारा सीआरपीएफ अधिनियम के अधिनियमित होने के बाद सीआरपीएफ को रंग प्रस्तुत करने के बाद 19 मार्च को सीआरपीएफ स्थापना दिवस मनाया जाता है। सीआरपीएफ की स्थापना 1939 में हुई थी और तब इसे क्राउन रिप्रेजेंटेटिव्स पुलिस के नाम से जाना जाता था। 1939 में आज ही के दिन सीआरपीएफ को क्राउन रिप्रेजेंटेटिव्स पुलिस के रूप में स्थापित किया गया था।
Deewan Singh
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