नई दिल्ली। असम में बाढ़ से हालात दिन पर दिन बद से बदतर होते जा रहे हैं। बाढ़ से राज्य में 28 जिलों के 33 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित बताए जा रहे हैं। वहीं नागौन जिले के 155 गांव अब भी डूबे हुए हैं। घरों में पानी घुसने से लोग हाईवे के किनारे तंबू लगाकर रहने को मजबूर हैं। नागौन के राहा विधानसभा क्षेत्र में करीब 1.42 लाख लोग बाढ़ की मार से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। उनके घर डूबे हुए हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक सैकड़ों लोगों को अपना घर बार छोड़कर हाईवे व सड़कों के किनारे तंबू लगाकर रहना पड़ रहा है। पानी की निकासी नहीं होने से जल्द हालात सुधरने के आसार भी नहीं हैं। केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने बीते दिनों इलाके का दौरा कर हालात का जायजा लिया।
उधर असम के आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार सभी 28 जिलों के 33 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। 2.65 लाख से ज्यादा लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं। बाढ़ व वर्षाजन्य हादसों के कारण अब तक 118 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार असम पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘पिछले कुछ दिनों में असम के कुछ इलाकों में भारी बारिश के कारण बाढ़ आ गई है। केंद्र सरकार असम में स्थिति की लगातार निगरानी कर रही है। इस चुनौती से निपटने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है।’
Deewan Singh
Editor