ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर ग्रह जब अपना स्थान परिनवर्तन करता है, तो उसका प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर साफ देखा जा सकता है. ग्रहों का ये राशि परिवर्तन कुछ राशियों के लाभदायी होता है. और कुछ राशियों के लिए नुकसानदायक रहता है. बता दें कि छाया ग्रह केतु 12 अप्रैल को तुला राशि में प्रवेश कर चुका है. और यहां पर वो 2023 तक विराजमान रहने वाला है. आइए जानते हैं केतु का ये गोचर किन राशि के जातकों के लिए लाभदायी रहने वाला है.
मकर राशि- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार केतु का गोचर मकर राशि के जातकों के लिए लाभदायी रहने वाला है. इस राशि के दशम स्थान पर केतु ने प्रवेश किया है. कुंडली में दशम भाव कर्मक्षेत्र और नौकरी का माना जाता है. इसलिए इस अवधि में नई नौकरी मिलने की संभावना है. वहीं, नौकरी कर रहे लोगों की पदोन्नती हो सकती है. इस दौरान व्यापार में मुनाफा होने की संभावना है. रुका हुआ पैसा वापस मिलेगा. इस समय प्रापर्टी या वाहन खरीदने के योग भी बन रहे हैं. इस अवधि में फिरोजा रत्न धारण करना शुभ रहेगा.
कर्क राशि- इस राशि में चतुर्थ भाव में केतु ने गोचर किया है. कुंडली का चौथा भाव सुख, मां और वाहन का स्थान माना जाता है. ये अवधि इस राशि के जातकों के लिए विशेष रूप से शानदार रहेगा. इस समय नई नौकरी का प्रस्ताव मिल सकता है. या कोई पदोन्नती हो सकती है. अविवाहित लोगों के लिए कोई रिश्ता आ सकता है. इस दौरान प्रापर्टी या वाहन खरीदने का मन भी बना सकते हैं. केतु गोचर के दौरान मां का पूरा सहयोग मिलेगा. इसके साथ ही नौकरी में स्थान परिवर्तन के योग भी दिख रहे हैं. इस दौरान मून स्टोन फायदेमंद होगा.
कुंभ राशि- इस राशि के नवम भाव में प्रवेश किया है, जो कि भाग्य और विदेश यात्रा का कहा जाता है. इस समय भाग्य पूरा साथ देगा. साथ ही, इस दौरान जिस काम में हाथ डालेंगे, सफलता ही हाथ लगेगी. इस दौरान व्यापारिक यात्रा का योग बन रहा है, जो कि लाभकारी रहेगी. प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों का भी सफलता मिल सकती है. इस अवधि में रोका हुआ इंक्रीमेंट और प्रमोशन मिल सकता है. आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकती है. फिरोजा रत्न धारण करने से लाभ होगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है.)